उदी मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और प्रवर्तकता कार्यक्रम का लाभ पहुंचाने का कार्य तेज किया जाएगा। साथ ही, सभी ग्राम सभाओं को बाल विवाह मुक्त बनाने का निर्देश दिया गया है।
यह निर्देश जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह के निर्देश पर बाल संरक्षण अधिकारी सोहन गुप्ता ने विकास खंड सभागार में आयोजित ब्लॉक बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक में दिए। बैठक में क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।
बाल संरक्षण अधिकारी ने ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों की बैठकों में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, फॉस्टर केयर, दत्तक ग्रहण प्रक्रिया, भिक्षावृत्ति, बाल श्रम उन्मूलन और दिव्यांग व गंभीर रोगों से ग्रसित बच्चों की मदद जैसे विषयों को शामिल करने का निर्देश दिया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से घर-घर जाकर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले पात्र बच्चों को योजनाओं से जोड़ने की अपील की।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने कहा कि कोई भी पात्र बच्चा योजना के लाभ से वंचित न रहे। इसके लिए गहन सर्वेक्षण कर योजनाओं का लाभ शीघ्र प्रदान किया जाए। खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि क्षेत्र में करीब 13,000 बच्चे विद्यालयों में नामांकित हैं। बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रधानाध्यापकों के साथ विशेष बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने बाल विवाह रोकने के लिए सभी उपस्थित लोगों को शपथ भी दिलाई।
बैठक में प्रभारी सीडीपीओ शोभा रानी, आंगनबाड़ी मुख्य सेविका चंपा देवी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की उर्मिला, महिला कांस्टेबल संजू और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता बेवी तबस्सुम, आंकड़ा विश्लेषक उमर मुर्तजा और शशांक त्रिपाठी ने भी सहयोग प्रदान किया।इस बैठक से मिशन वात्सल्य योजना और बच्चों की सुरक्षा व कल्याण के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को बल मिला है।