इटावा में हिंदू सेवा समिति के भगवा सेवक प्रदीप शर्मा और ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष अरुण दुबे के नेतृत्व में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और बौद्ध समुदाय इसाई सिख समुदाय पर हो रहे अत्याचार के विरोध में एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बाजार को बंद करवाकर भारत सरकार के प्रति अपना रोष प्रकट किया।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार को कठोर संदेश देना चाहिए और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी भारतवासी बांग्लादेशी हिंदुओं बौद्ध समुदाय इसाई सिख समुदाय के साथ खड़े हैं और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, अन्याय और जुल्म को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदीप शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं बौद्ध समुदाय इसाई और सिख समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। यह अत्यंत दुखद और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस मुद्दे पर कूटनीतिक स्तर पर पहल करनी चाहिए और बांग्लादेश सरकार को हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाध्य करना चाहिए।
अरुण दुबे ने कहा कि हिंदू धर्म सहिष्णुता और भाईचारे का धर्म है। लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश में हिंदुओं और बौद्ध समुदाय इसाई सिख समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
बांग्लादेश में हिंदुओं और बौद्ध समुदाय इसाई सिख समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष जांच हो। दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। बांग्लादेश में हिंदुओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जाए। भारत सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं के पुनर्वास के लिए कदम उठाए। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम और हिंदू एकता के नारे लगाए। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों का पूरा सहयोग किया।
यह प्रदर्शन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भारत में बढ़ते रोष का प्रतीक है।