डॉ.आशीष त्रिपाठी को मिलेगा डॉ. हरस्वरूप लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड 2024 ।यह अंतरराष्ट्रीय अवार्ड वन्यजीव एवम् प्रकृति संरक्षण के साथ सामाजिक जन जागरूकता के लिए विक्रम विश्वविद्यालय,उज्जैन में प्रदान किया जाएगा।
(इंदौर): वर्ष 2024 का प्रतिष्ठित डॉ. हरस्वरूप लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा के मूल निवासी, प्रसिद्ध वन्यजीव एवं सरीसृप वैज्ञानिक डॉ. आशीष त्रिपाठी को प्रदान किया जाएगा।
इससे पूर्व भी डॉ. त्रिपाठी “ग्लोबल ग्रीन अवार्ड 2020” (राजस्थान) और “राष्ट्रीय आपदा फरिश्ता सम्मान 2023” (दिल्ली) जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से पूर्व से ही अलंकृत हो चुके हैं। इसी क्रम में यह पुरस्कार मध्य प्रदेश की विक्रम यूनिवर्सिटी, उज्जैन के जैव विज्ञान विभाग में आयोजित भव्य समारोह में डॉ. हरस्वरूप ग्लोबल फाउंडेशन के आयोजकों द्वारा प्रदान किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक
डॉ. हरस्वरूप
(सूक्ष्म परिचय)
डॉ. हरस्वरूप (1922-1981), विश्व प्रसिद्ध जीव विज्ञानी,आणविक जीवविज्ञान विशेषज्ञ और जेनेटिक इंजीनियरिंग के अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्यातिप्राप्त विशिष्ट वैज्ञानिक थे। वे जीवाजी विश्वविद्यालय (ग्वालियर) के पूर्व कुलपति और मध्य प्रदेश के वाइल्डलाइफ वार्डन के रूप में भी कार्य कर चुके थे। उनके उल्लेखनीय योगदान की स्मृति में ही डॉ. हरस्वरूप ग्लोबल फाउंडेशन ऑफ लाइफ साइंसेज परिवार द्वारा यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
इस वर्ष का यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मान डॉ. हरस्वरूप जी के 102वें जन्मदिवस के अवसर पर, आगामी 17 दिसंबर, 2024 को विक्रम यूनिवर्सिटी, उज्जैन में विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा एक भव्य समारोह में डॉ आशीष को प्रदान किया जाएगा।
सर्पमित्र डॉ. आशीष त्रिपाठी:
(सूक्ष्म परिषय)
उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा के मूल निवासी डॉ. आशीष त्रिपाठी, सर्पदंश जागरूकता सहित पर्यावरण एवम वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक प्रख्यात नाम बनकर स्थापित हो चुके हैं। वे अपनी सामाजिक संस्था “ऑर्गनाइजेशन फॉर कंजरवेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर” (ओशन) के महासचिव और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ जूलॉजिस्ट्स (IAZ) के अध्यक्ष भी हैं।
डॉ त्रिपाठी इटावा में पिछले दो दशकों से विषैले और विषहीन सर्पों सहित अन्य कई वन्यजीवों को सुरक्षित उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ने का कार्य लगातार ही करते आ रहे हैं।
डॉ. आशीष ने पिछले कई वर्षों से जनपद इटावा में संस्था ओशन द्वारा सर्पदंश जागरूकता अभियान चलाकर सर्पदंश के सुरक्षित उपचार के प्रति लोगों को विशेष रूप से प्रशिक्षित और बेहद जागरूक किया है। उनके अथक जागरूकता के प्रयासों से ही प्रेरणा लेकर अब लोग सर्पदंश के बाद झाड़-फूंक के बजाय अस्पताल जाकर समय पर इलाज भी करा रहे हैं। इससे सर्पदंश से होने वाली मृत्यु दर में भी जनपद मैं ऐतिहासिक गिरावट आ रही है।
डॉ. आशीष ने दिल्ली, लखनऊ, कानपुर और फैजाबाद, समेत देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महत्वपूर्ण राजकीय संस्थानों में “सर्प पहचान एवं सर्पदंश उपचार” पर व्याख्यान दिए हैं। उनके शोध कार्य और प्रयासों को पूर्व में देश-विदेश में भी सराहा गया है।
पुरस्कार वितरण समारोह के विशेष अतिथि होंगे
यह सम्मान मध्य प्रदेश की विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ. अर्पण भारद्वाज,डॉ. तेज प्रकाश पूर्णानंद व्यास (पूर्व प्राचार्य, राजा भोज महाविद्यालय, धार) के द्वारा प्रदान किया जाएगा। डॉ. व्यास आईयूसीएन (ग्लैंड, स्विट्जरलैंड) के सहयोगी और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अध्येता भी हैं और इस समारोह के मुख्य वक्ता भी होंगे।
सर्पमित्र डॉ आशीष की विशिष्ट उपलब्धियां
स्वर्ण पदक विजेता: डॉ. आशीष ने 2009 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय मैं आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र के लिए गोल्ड मेडल जीता था।
प्रकाशित कार्य: 12 से अधिक शोध पत्र और सैकड़ों वैज्ञानिक लेख प्रतिष्ठित जर्नल्स/ पत्रिका में प्रकाशित हुए।
सर्पदंश जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम: अब तक हजारों छात्रों, शिक्षकों सहित चिकित्सकों, किसानों,पुलिस कर्मियों,वन कर्मियों को सर्पदंश जागरूकता और सुरक्षित बचाव कार्यों का विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया है ।
ब्रान्ड एम्बेसडर : डॉ आशीष त्रिपाठी के पर्यावरण एवम वन्यजीव संरक्षण जागरूकता के कार्यों की सराहना करते हुए नगर पालिका परिषद इटावा ने स्वच्छता,पर्यावरण एवम वन्यजीव संरक्षण का ब्रान्ड एम्बेसडर भी नियुक्त किया है।
डॉ. आशीष अपने प्रयासों से जनपद इटावा को “सर्पदंश मुक्त जिला” बनाने की दिशा में लगातार ही कार्यरत हैं।
समारोह के दौरान डॉ. आशीष के सामाजिक जागरूकता के कार्यों पर आधारित एक लघु प्रदर्शनी भी विक्रम विश्विद्यालय में आयोजित होगी। वे समारोह में उपस्थित प्रतिभागियों के सवालों के जवाब देंगे और जागरूकता कार्यक्रमों के अनुभव भी साझा करेंगे।
डॉ. हरस्वरूप ग्लोबल फाउंडेशन परिवार डॉ. आशीष त्रिपाठी को इस सम्मान के लिए बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।