जसवंतनगर: समग्र शिक्षा के तहत मैरिज होम में ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापकों के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया गया।
बीएसए ने कहा: शिक्षा को केवल किताबों तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि बच्चों को सामाजिक ज्ञान भी देना चाहिए ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बच्चों के खाते में सीधे पैसे भेजे जाते हैं, इसका सही उपयोग करना शिक्षकों और प्रबंध समिति के अध्यक्षों की जिम्मेदारी है।
डायट प्रवक्ता ने कहा: सभी ग्राम पंचायत अध्यक्षों को विद्यालयों को आगे बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए। ग्रामीण बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए सर्वोत्तम कदम उठाए जाने चाहिए।
खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा: बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षकों और ग्राम प्रधानों को जागरूक करना। सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि का सही उपयोग सुनिश्चित करना। विद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए सभी पक्षों को एक साथ लाना। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना। समग्र शिक्षा के तहत कार्यशाला आयोजित बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि का सही उपयोग विद्यालयों को बेहतर बनाने के प्रयास बालिका शिक्षा को बढ़ावा