ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापकों की एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन जसवंतनगर में किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने भाग लिया। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए। बच्चों को सामाजिक ज्ञान भी देना चाहिए ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
राजेश कुमार ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से पैसे सीधे अभिभावक के खातों में भेजे जाते हैं, और इन पैसों का सदुपयोग सुनिश्चित करना शिक्षक और प्रबंध समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी है।
कार्यशाला में डायट प्रवक्ता मनोज यादव ने सभी ग्राम पंचायत अध्यक्षों से अपील की कि वे स्कूल को आगे बढ़ाने के लिए सर्वोत्तम कदम उठाएं, क्योंकि गाँव के बच्चे उनके बच्चे हैं और उनके व्यक्तित्व के विकास के लिए प्रयास करना जरूरी है।खंड शिक्षा अधिकारी गिरीश कुमार ने बालिकाओं को शिक्षा देने पर जोर दिया और कहा कि यह हमारे समाज में महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए जरूरी है।
एआरपी जवाहरलाल शाक्य ने कहा कि सभी प्रधान और अध्यापक सरकारी विद्यालयों में बच्चों का दाखिला सुनिश्चित कराएं ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप हर बच्चे को शिक्षा मिल सके।कार्यक्रम में मनोज धाकरे, जितेन्द्र यादव, शांति स्वरूप, राजेन्द्र सिंह और अरविंद कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र सिंह यादव ने किया।