महेवा, एवोक इंडिया फाउंडेशन ने भारतीय रिजर्व बैंक और नाबार्ड के सहयोग से विकास खंड महेवा की ग्राम पंचायत इंगुरी के ग्राम मलेपुरा में एक महत्त्वपूर्ण वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को वित्तीय प्रबंधन, बचत, और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सत्यभान सिंह (वित्तीय सलाहकार) ने की। इस अवसर पर शशांक शेखर (बीटीसी), अतुल कुमार (सदस्य), और हिमांशु (सदस्य) विशेष रूप से उपस्थित रहे। साथ ही, बड़ी संख्या में ग्रामीण भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने बैंक मैनेजर और जिला अग्रणी प्रबंधक से अपनी वित्तीय समस्याएं साझा कीं। समस्याओं का समाधान करते हुए, बैंक अधिकारियों ने ग्रामीणों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी चिंताओं का उचित समाधान किया जाएगा।कार्यक्रम के तहत उपस्थित ग्रामीणों को वित्तीय जागरूकता बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी गई:
आधुनिक वित्तीय फ्रॉड से बचाव: लोगों को हालिया ऑनलाइन धोखाधड़ी और वित्तीय फ्रॉड के प्रकारों के बारे में बताया गया और सतर्क रहने की सलाह दी गई। बचत योजनाएं: वित्तीय बचत के प्रावधानों को समझाया गया, जिससे लोग बेहतर वित्तीय प्रबंधन कर सकें। सरकारी योजनाओं की जानकारी: प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना अटल पेंशन योजना सुकन्या समृद्धि योजना किसान क्रेडिट कार्ड मुद्रा योजना इन योजनाओं के लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम से ग्रामीणों में वित्तीय साक्षरता को लेकर बड़ा उत्साह देखने को मिला। लोगों ने समझा कि किस प्रकार सरकारी योजनाएं और वित्तीय जानकारी उनके जीवन को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकती हैं।
कार्यक्रम का समापन करते हुए डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सत्यभान सिंह ने कहा, “वित्तीय साक्षरता आज के समय की आवश्यकता है। यह हमें न केवल आर्थिक रूप से जागरूक बनाता है, बल्कि हमें धोखाधड़ी और अनावश्यक आर्थिक जोखिमों से भी बचाता है।” इस प्रकार के आयोजनों से ग्रामीण समुदाय में वित्तीय जागरूकता बढ़ रही है और लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को बेहतर बना रहे हैं।