वरिष्ठ पत्रकार संतोष विद्रोही का नाम चकरनगर और इटावा क्षेत्र में पत्रकारिता के क्षेत्र में एक मिसाल रहा है। उनकी लेखनी ने क्षेत्रीय मुद्दों को उठाने और समाज को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई। विद्रोही ने अपने जीवनकाल में न केवल खबरों को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत किया, बल्कि पत्रकारिता के उच्च मानकों को भी बनाए रखा।
चकरनगर क्षेत्र में उनकी पहचान एक सशक्त और निर्भीक पत्रकार के रूप में थी। चाहे सामाजिक मुद्दे हों, प्रशासनिक लापरवाही, या ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं, संतोष विद्रोही की कलम ने हमेशा इन्हें जनमानस तक पहुंचाया। उनके निधन से न केवल पत्रकारिता जगत ने, बल्कि आम जनता ने भी एक सच्चा हितैषी खो दिया।
रविवार को जब संतोष विद्रोही की अंतिम यात्रा उनके पैतृक आवास से निकली, तो हर किसी की आंखें नम थीं। पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार के दौरान उपस्थित हर व्यक्ति ने उनकी सादगी, कर्मठता और उनके द्वारा क्षेत्र में किए गए कार्यों को याद किया।
संतोष विद्रोही के निधन पर पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई। इटावा वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने एकजुट होकर उनके परिवार को सांत्वना दी। यूनियन के अध्यक्ष अमित मिश्रा ने कहा, “संतोष विद्रोही सिर्फ एक पत्रकार नहीं, बल्कि क्षेत्र के लोगों की आवाज थे। उनकी जगह कभी कोई नहीं भर सकता।”
उपाध्यक्ष अमित वर्मा ने कहा, “उनकी लेखनी में क्षेत्र के प्रति सच्चाई और समर्पण की झलक मिलती थी। उनका निधन हम सभी के लिए व्यक्तिगत क्षति है।” संयुक्त सचिव कुलदीप गुप्ता और वरिष्ठ पत्रकार सनोज तिवारी ने भी उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। संतोष विद्रोही के परिवार में उनके भाई सुनील कुमार और अन्य सदस्य गहरे शोक में हैं। इटावा वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ने उनके परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
संतोष विद्रोही ने पत्रकारिता के माध्यम से न केवल लोगों को जागरूक किया, बल्कि आने वाली पीढ़ी के पत्रकारों के लिए एक आदर्श भी स्थापित किया। उनका व्यक्तित्व और कार्य आने वाले समय में पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।उनके निधन के बाद क्षेत्रीय पत्रकारिता को जो क्षति हुई है, उसे भर पाना मुश्किल है। जनपद के लोगों और पत्रकारिता जगत ने एक ऐसे सच्चे और ईमानदार साथी को खो दिया है, जो हमेशा दूसरों की भलाई के लिए प्रयासरत रहता था। संतोष विद्रोही की स्मृति और उनके कार्य हमेशा उनके चाहने वालों के दिलों में जीवित रहेंगे।
इटावा लाइव की पूरी टीम की ओर से वरिष्ठ पत्रकार संतोष विद्रोही को भावभीनी श्रद्धांजली, भगवान उनके परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल दे।