Tuesday, December 30, 2025

ग्रामीण अंचलों में समूह की महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ मनाई गांधी जयंती

Share This

इटावा  । उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संपोषित अनंत संकुल स्तरीय संघ हरदोई के महिलाओं द्वारा जेके उत्सव गार्डन टिमारूआ में गांधी जयंती के अवसर पर पूज्य बापू के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उनको विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

डॉ. नन्दकिशोर साह जिला मिशन प्रबंधक ने बापू के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि गांधी जी स्त्रियों के सामाजिक उत्थान के लिए भी बहुत चिंतित थे। वे मानते थे कि बाल विवाह, पर्दा प्रथा सती प्रथा और विधवा विवाह निषेध जैसी कुरीतियों के कारण महिलाएं समाज का सामना नहीं कर पाती और शोषण अन्याय अत्याचार को झेलने के लिए विवश होती है। इनमें किसी भी तरह का भेदभाव परिवार व समाज के लिए हानिकारक है। इस संसार को सुंदर और सशक्त बनाने में नारियों की भूमिका अहम है। नारी सृष्टि का प्रमुख उद्गम स्रोत है। देव से लेकर मानव तक सारे की जन्मदात्री स्त्री ही रही है। महिलाओं ने घर से निकलकर सत्याग्रह आंदोलन में भाग लिया और स्वर्णिम इतिहास रचा।प्राचीन भारतीय ग्रंथों में बताया गया है कि देवी शक्तियां वहीं पर निवास करती है जहां नारी का सम्मान होता है। किसी भी राष्ट्रीय समाज का विकास तभी हो सकता है, जब उस राष्ट्र में नारी और नर में कोई भेद न हो। गांधीजी दहेज प्रथा को खरीद बिक्री का कारोबार मानते हैं। युवक जो दहेज को विवाह की शर्त रखता है। वह अपने शिक्षा व देश को कलंकित और नारी जाति का अपमान करता है। भारतीय नारी की क्षमता और किसी भी उन्नतशील देश की नारी से कम नहीं है। वह कहते थे कि अपनी बेटी को पढ़ने का अवसर दो उसके लिए यही सबसे बड़ा दहेज है। गांधीजी बाल विवाह के विरोधी और विधवा पुनर्विवाह के पक्षधर थे। उन्होंने युद्ध रहित शांत प्रिय समाज की कल्पना की। नारी को नैतिक शक्ति का स्रोत माना है। अपनी शक्ति को न पहचानने के कारण ही नारी शोषित हुई है। भारत के आर्थिक और सामाजिक जीवन में नारी की बराबरी की भागीदारी है। वे नारी को पुरुष की दासी नहीं साथी मानते थे। स्त्री के बिना परिवार के गाड़ी नहीं चल सकती। स्त्री व पुरुष एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। स्त्री परिवार अर्थशास्त्र रूपी रथ की धूरी है। वह घर और बाहर दोनों के कार्यों को बखूबी निभाती है। यदि स्त्री बाहर भी कार्यशील है तो वह पुरुष से कई गुना आर्थिक और शारीरिक बोझ उठाती हैै। इसलिए स्त्री पुरुष की अपेक्षा हर तरह से अधिक श्रेष्ठ है।

मौके पर संघ के अध्यक्ष मानकश्री रीमा राधारानी, अरुणा, वंदना, ज्योति, रिचा, रजिया बेगम, मिथिलेश, अनिता कुमारी, पूजा, आरती,सीमा, विनीता सहित कई महिलाएं मौजूद रही।

Share This
Desk Etawah Live
Desk Etawah Livehttps://etawahlive.com/
इटावा से जुडी ख़बर हमें भेंजें, Email - etawah.news@gmail.com, Mob :- 7017070200
spot_img
अपनी खबर या कोई समस्या इटावा लाइव पर निशुल्क प्रकाशित करने हेतु हमें Whatsapp - 7017070200, Email – etawah.news@gmail.com पर जरुर भेंजें।

Read more

वोट करें

हमारा इटावा

जब कांग्रेस संस्थापक ए.ओ. ह्यूम महि‍ला भेष में भागे इटावा से

ए.ओ. ह्यूम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक और ब्रिटिश प्रशासक, का जीवन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती दौर की घटनाओं से गहराई से जुड़ा...

शिक्षाविद

महेश चन्द्र तिवारी : संस्कृत शिक्षा के प्रवाहक, प्रमुख समाजसेवी

महेश चंद्र तिवारी जनपद के एक छोटे से गाँव रामनगर उसराहर ताखा इटावा में जन्मे। उनके पिता का नाम स्व. श्री नाथूराम तिवारी है...

राजनीतिज्ञ

डॉ. ज्योति वर्मा को उनके कार्यों ने भाजपा में दिलाई नई पहचान

विद्यार्थी परिषद की जिला प्रमुख से लेकर भाजपा जिला मंत्री तक का सफरनामा इटावा। वर्ष 1990 में हाई स्कूल से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की...

प्रशासनिक अधिकारी

कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ता सैफई विश्वविद्यालय

प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह चिकित्सा शिक्षा और प्रशासनिक नेतृत्व की दुनिया में एक जाना-माना नाम हैं, जिन्होंने चार दशकों से अधिक का अनुभव अर्जित...

प्रमुख संस्थान

पृथ्वी द्वार: इटावा में प्रीमियम गुणवत्ता के दरवाजे

पृथ्वी द्वार एक ऐसा नाम है जो प्रीमियम गुणवत्ता और विश्वास का पर्याय बन चुका है। अपनी अद्वितीय तकनीक और उत्कृष्ट निर्माण के कारण,...

चिकित्सक

शुगर का स्थायी इलाज: कुछ ही महीनों में पाएं पूर्ण मुक्ति-डॉ ए. के. गुप्ता

शुगर, आजकल एक आम बीमारी बन गई है। इसके चलते लोगों को जिंदगी भर अंग्रेजी दवाओं और इन्सुलिन के सहारे जीना पड़ता है। लेकिन...

चर्चित व्यक्तिव

इटावा रत्न न्यायमूर्ति प्रेम शंकर गुप्त का हिन्दी भाषा के लिए अद्वितीय योगदान

प्रारंभिक जीवन न्यायमूर्ति श्री प्रेम शंकर गुप्त का जन्म 15 जुलाई 1930 इटावा में एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उनका जन्म ऐसे समय में...

पत्रकार

अतुल वी एन चतुर्वेदी: एक प्रतिभाशाली और कर्मठ पत्रकार

अतुल वी एन चतुर्वेदी का जन्म 15 जुलाई 1963 को उत्तर प्रदेश के इटावा शहर हुआ। उनके पिता का नाम कैप्टन स्व० वी एन...

टॉप आर्टिकल्स

शरद तिवारी की अनमोल सेवा, लावारिस शवों को दिलाई गरिमामयी विदाई

शरद तिवारी: एक समर्पित समाजसेवी इटावा में शरद तिवारी का नाम समाज सेवा और मानवता के प्रति उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है।...

व्यवसायी

उर्मिला शाक्य: “द लेडी कैफे” की प्रबंधक एवं ब्यूटी वेलनेस सेवाओं की अग्रणी विशेषज्ञ

उर्मिला शाक्य इटावा के बेहतरीन ब्यूटी सलून "The Lady Cafe- Makeup Studio, Salon and Academy"  की प्रबंधक हैं। वह ब्यूटी और वेलनेस सेवाओं में...

समाजसेवी

गौरैया की चहचहाहट में जीवन खोजती एक शिक्षिका : डॉ. सुनीता यादव

डॉ॰ सुनीता यादव का जन्म 21 जून 1976 को मैनपुरी जनपद के ग्राम अण्डनी, करहल में हुआ। पिता स्वर्गीय रामनारायण यादव, जो करहल के...

पूर्व अधिकारी