इटावा। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह ने जनपद वासियों से अपील की है कि 14 जून दिन शुक्रवार को विश्व रक्तदान दिवस को एक उत्सव के रूप में मनाएं। इस विश्व रक्तदान दिवस पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक हो। उन्होंने बताया कि स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में लगभग 4 से 5 लीटर खून होता है यदि वह एक यूनिट ब्लड रक्तदान करता है तो रक्तदान से शरीर पर किसी भी तरह का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है और कमजोरी भी नही आती है|
ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन(ब्लड बैंक) के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.यतेंद्र मोहन ने बताया कि ब्लड बैंक में विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है साथ ही रक्तदान में सहयोग करने वाली संस्थाओं को कुलपति महोदय के द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा। डॉ.यतेंद्र ने बताया कि रक्तदान महादान है इससे आप किसी के जीवन को बचा सकते हैं इसलिए सभी वयस्कों व्यक्तियों को एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। इसीलिए मैं सभी से अपील करूंगा जो भी व्यक्ति स्वैच्छिक रूप से रक्तदान करना चाहते हैं वह ब्लड बैंक में आकर रक्तदान कर सकते है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से शरीर को होते हैं कई लाभ-हर तीन महीने के अन्तराल पर डाक्टर की सलाह से यदि एक या एक से अधिक बार ब्लड डोनेट करतें हैं तो हमेशा अपने आप को अच्छा एवं स्फूर्ति महसूस करेंगे।
महिलाओ के लिए यह अन्तराल चार महीने का है। एक बार ब्लड डोनेशन अवश्य करना चाहिए जिससे आप रक्तदान से समबन्धित सभी भ्रांतियों दूर होगीं एवं मानसिक संतुष्टि का अहसास होता है आपके द्वारा डोनेट किए गए ब्लड से कम से कम 2-3 लोगों को नया जीवन दान मिलता है जिससे एक अलग खुशी और संतुष्टि का मिलती है।डॉ.यतेंद्र ने बताया कि कोई भी 18 से 60 वर्ष का स्वस्थ्य व्यक्ति जिसका हीमोग्लोबिन 12.5 से ज्यादा है,डाक्टर की सलाह के साथ रक्तदान करवा सकते है |