इटावा, लोकसभा सदस्य प्रो. (डॉ.) रामशंकर कठेरिया ने मानसून सत्र के दौरान महत्वपूर्ण प्रस्तावों और अन्य विषयों पर प्रेस वार्ता के दौरान अपने विचारों को प्रकट किया। इस वार्ता में, उन्होंने मानसून सत्र में पेश किए गए प्रस्तावों के महत्व को बताया और संसद सत्र में आये अविश्वास प्रस्ताव के संदर्भ में अपनी बात रखी।
मानसून सत्र 2023, जो 20 जुलाई से आरंभ होकर 11 अगस्त तक चला, केन्द्र सरकार द्वारा कुल 26 विधेयकों के पेश किए गए। इनमें से 20 विधेयक लोकसभा में पेश किए गए और 5 विधेयक राज्यसभा में पेश किए गए। इस महत्वपूर्ण सत्र में दोनों सदनों ने मिलकर कुल 23 विधेयकों को पारित किया।
प्रो. कठेरिया ने वार्ता के दौरान प्रस्तावों के महत्व को व्यक्त करते हुए कहा की मानसून सत्र में पेश किए गए विधेयकों का विशेष महत्व है, जो समाज के विकास और सुरक्षा के क्षेत्र में नए मार्ग प्रशस्त करेंगे।
रामशंकर कठेरिया ने कहा इस बार संसद में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे ध्वनि मत से खारिज किया गया। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा लगाये गये आरोपों पर मा० प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने करारा जवाब देते हुए कहा कि नार्थ-ईस्ट हमारे जिगर का टुकड़ा है
पूरा देश मणिपुर के साथ खड़ा है। हम सब मिलकर इस चुनौती का हल निकालेंगे तथा मणिपुर में जल्द शांति लौटेगी।
प्रधानमंत्री जी ने विपक्ष पर तंज करते हुए कहा कि आप 2023 में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि- “मैनें आप से कहा था कि 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना परन्तु आप तो कोइ तैयारी करके नहीं आये कोई बात नहीं अब 2028 में आना तो पूरी तैयारी के साथ आना” जिसमें आगे उन्होंने कहा कि जनता को इतना तो विश्वास दिलाओ कि कम से कम आप विपक्ष के योग्य है, कॉंग्रेस को
भारत के लोगों पर विश्वास नहीं है। विपक्ष ने INDIA को भी डॉट लगाकर I.N.D.I.A. के भी टुकड़े पार दिये। यह गठबंधन नहीं घमंडिया गठबंधन है इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है, सबको ही प्रधानमंत्री बनना है।