इकदिल,इटावा। श्री एकाक्षरानन्द आश्रम बिरारी में ब्रह्मलीन स्वामी एकक्षरानंद सरस्वती जी महाराज की पावन स्मृति में पांच दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ एवं निर्वांण महोत्सव के दूसरे दिन स्वामी ज्योतिर्मयानंद सरस्वती ने कहा कि भगवान हर कण में विराजमान हैं अत: हमें हमेशा सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए और सभी को धर्म के प्रति सजग रहना चाहिए। कार्यक्रम में आचार्य पं०नरेश चंद्र शास्त्री जी ने सती की कथा का वर्णन किया। आचार्य ने कहा कि सुंदरता उसी की सार्थक है जिसका अंतकरण हो। उन्होंने कहा कि भगवान को देखने के लिए मीरा व सूरदास जैसी दृष्टि होनी चाहिए। साध्वी सुश्री मिथलेश दीक्षित ने प्रवचन में कहा कि सभी को प्रतिदिन भजन करना चाहिए बिना भजन के दुःख दूर नही होगे।
इस अवसर पर मंत्री मेहर चंद्र चौधरी,कोषाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा बॉबी,सदस्य गुरु शरण,शरद शुक्ला,डॉ० सुशील सम्राट,कौशल किशोर तिवारी,ओम प्रकाश शुक्ला,अवधेश किशोर तिवारी,देवेश शुक्ला,अरविंद तिवारी, लालता प्रसाद,ओम प्रकाश दीक्षित,गीता दीक्षित,रमाकांत मिश्रा आदि उपस्थित रहीं।