Sunday, September 22, 2024
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सेवन हिल्स में आयोजित हुई एक दिवसीय विशेष सर्पदंश जागरूकता कार्यशाला

इटावा। मुख्य विकास अधिकारी इटावा के दिशा निर्देशन में पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये कार्यरत संस्था ऑर्गनाइजेशन फ़ॉर कंजर्वेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर (ओशन) के द्वारा स्कूल सेफ्टी (एसएस) ,स्कूल डिजास्टर मेंनेजमेंट प्लान (एसडीएमपी) के तहत राज्य आपदा विषयक सर्प पहचान,सर्पदंश उपचार व सर्पों का महत्व विषय पर आधारित एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यशाला का आयोजन सेवन हिल्स इंटर कालेज पक्का बाग इटावा में कई सैकड़ा छात्र छात्राओं की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे नगर पालिका परिषद इटावा के स्वच्छता,पर्यावरण एवं वन्यजीव के ब्रांड एम्बेसडर एवं मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इण्डिया के यूपी कोर्डिनेटर,वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने छात्र छात्राओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से सर्पो की सरल पहचान करने से जुड़ी कई छोटी छोटी महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा करते हुये बताया कि,कभी भी सर्पदंश की स्थिति में मरीज को बिल्कुल भी घबराने नही देना चाहिये क्यों कि,ज्यादा घबराने या डर से ही अक्सर रोगी की मौत भी हो जाती है। उसे सही समय से सही बाइट मार्क देख कर ही कोई एंटीवेनम डोज देना चाहिए। क्यों की सभी हरे या पीले रंग के सर्प जहरीले नही होते है लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि, जहरीले सर्प कौन कौन से है? बिग फोर प्रजाति में कोबरा, करैत, रसल, सॉ स्केल्ड वाइपर के काटने का इलाज झाडफूंक नही होता बल्कि केवल एंटीवेनम/ पोलिवेनम ही होता है जो कि, जिला अस्पताल इटावा में इमरजेंसी के कमरा नम्बर तीन में उपलब्ध है। सर्पों के प्राकृतिक महत्व पर बच्चों का ध्यानाकर्षण करते हुये उन्होंने बताया कि,सभी सर्प किसान मित्र होते है जो घरों व खेतों में चूहों को खाकर पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में अपनी अहम भूमिका निभाते है और हमे खतरनाक बीमारी प्लेग से भी बचाते है। बैसे खतरनाक बिग फोर प्रजाति में से केवल कोबरा,करैत व रसल वाइपर को ही अब तक इटावा जनपद में देखा गया है। जिनसे हमें सावधान रहने की आवश्यकता है। जागरूकता कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी पहर में सामाजिक अंधविश्वास विषय पर भी डॉ आशीष द्वारा सभी छात्र छात्राओं को जागरूक किया व कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कर उनका अंधविश्वास दूर किया गया। कार्यशाला में बच्चों ने भी सर्पदंश उपचार से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे और उनके उत्तर पाकर सभी संतुष्ट दिखे। सेवन हिल्स के प्रधानाचार्य सौरभ दुबे ने कहा कि,हमारे कालेज के बच्चों ने आज स्नेक बाइट मैनेजमेंट के तहत मेडिकल इमरजेंसी से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की है जो कि, उनके आगामी भविष्य में बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी। आज इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी बच्चों ने सर्पों को पहचानने के साथ साथ सर्पदंश के बाद का जरूरी प्राथमिक उपचार व सही तरीके से पट्टी बांधना भी सीखा है। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य सौरभ दुबे ने डॉ आशीष को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सेवन हिल्स के चेयरमैन एडवोकेट शिव किशोर दुबे ने कहा कि, हमारा संस्थान सभी छात्र छात्राओं को समय समय पर विभिन्न विषयों पर आधारित कार्यशालाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करने के लिए हमेशा से ही प्रतिबद्ध है। कार्यशाला में विद्यालय के चेयरमैन एडवोकेट शिव किशोर दुबे, ट्रस्टी सुनील राजपूत सहित शिक्षकगणों में प्रवीन कुमार शर्मा,राम चौधरी,हरिशंकर चौधरी,अभिषेक मिश्रा,जितेंद्र कुमार सहित कई सैकड़ा छात्र छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन अभिषेक मिश्रा ने किया।

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