आज दिनांक 14 अगस्त 2025 को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर सनातन धर्म इंटर कॉलेज, इटावा में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी इटावा सुभ्रांत शुक्ल, विस्थापित परिवार, एनसीसी कैडेट, अधिकारीगण एवं विद्यालय के कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य 1947 के भारत विभाजन के दौरान हुई पीड़ा, बलिदान और विस्थापन को याद करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी सुभ्रांत शुक्ल और उपस्थित अतिथियों द्वारा विभाजन के दौरान शहीद हुए लोगों और विस्थापित परिवारों को श्रद्धासुमन अर्पित कर की गई। दो मिनट का मौन रखकर उन सभी को नमन किया गया, जिन्होंने देश के विभाजन में अपनों को खोया और नए सिरे से जीवन शुरू करने की कठिन यात्रा तय की।
जिलाधिकारी सुभ्रांत शुक्ल ने अपने संबोधन में कहा कि विभाजन केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों के जीवन में अमिट घाव छोड़ने वाली त्रासदी थी। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को इस घटना से सीख लेकर सामाजिक एकता, सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखने की दिशा में कार्य करना चाहिए, ताकि ऐसी विभीषिका दोबारा न हो।
एनसीसी कैडेट्स ने कार्यक्रम में अनुशासित परेड और देशभक्ति गीतों के माध्यम से माहौल को देशप्रेम से भर दिया। विस्थापित परिवारों के प्रतिनिधियों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए, जिनमें उन्होंने विभाजन के दर्द और संघर्ष की कहानियां सुनाकर सभी को भावुक कर दिया। इन संस्मरणों ने यह संदेश दिया कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य, साहस और एकजुटता से नया जीवन शुरू किया जा सकता है।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय एकता और सद्भाव का संकल्प लेकर किया गया। जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि जिले में हर वर्ष ऐसे आयोजन कर नई पीढ़ी को इतिहास की इस त्रासदी से अवगत कराया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां विभाजन की पीड़ा को समझें और देश की एकता को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें।