शहर में उस समय हड़कंप मच गया जब मिठाई व्यापारी की दुकान पर सैंपल भरने पहुंचे फूड विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर राजेश त्रिवेदी ने व्यापारी को चांटा जड़ दिया। घटना के बाद व्यापारियों में भारी आक्रोश फैल गया और सैकड़ों व्यापारी मौके पर पहुंचकर विरोध में जुट गए। नाराज व्यापारियों ने अधिकारी की गाड़ी को घेर लिया और उन्हें थाने ले जाने की कोशिश की, लेकिन असिस्टेंट कमिश्नर थाने चलने की बात कहकर अपनी गाड़ी लेकर मौके से निकल गए।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष रवि चक्रवर्ती, अनिल कौशल सहित तमाम व्यापारियों ने त्योहार के मौके पर खाद्य विभाग द्वारा व्यापारी वर्ग का शोषण करने का आरोप लगाया। व्यापारियों का कहना है कि सैंपलिंग के बाद कार्यवाही से बचाने के नाम पर रिश्वत की मांग की जाती है और उनके पास इसका रिकॉर्ड भी मौजूद है।
पीड़ित व्यापारी राजीब कौशल ने फूड कमिश्नर राजेश त्रिवेदी और उनके सहयोगियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। हालांकि, असिस्टेंट कमिश्नर राजेश त्रिवेदी ने व्यापारी को चांटा मारने और पैसे मांगने के आरोपों से साफ इनकार किया है।
इस मामले से व्यापारिक वर्ग में असंतोष व्याप्त है और कई संगठनों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।