उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी और उसके साथी को लूट के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी अमर पांडे, अपने साथी रामाधीन के साथ मिलकर खुद को एसडीएम बताकर वारदातों को अंजाम दे रहा था। सैफई पुलिस ने दोनों को अवैध हथियार और फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना 11 जुलाई की है, जब आजमगढ़ निवासी रामप्रवेश यादव ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने 10 जुलाई की रात एक ऐप से स्कार्पियो (UP32PT0932) बुक की थी। लखनऊ से सवार होने के बाद एक्सप्रेसवे पर 105 किलोमीटर के पास दोनों युवकों ने तमंचा दिखाकर उससे मोबाइल, पर्स, नकदी और जरूरी दस्तावेज लूट लिए। पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस की मदद से हैवरा बाईपास के पास दोनों आरोपियों को पकड़ लिया, जिन्होंने पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया।
मुख्य आरोपी अमर पांडे बलरामपुर का निवासी है और खुद को यूपीएससी प्रोबेशनर बताकर लोगों को धोखा देता था। उसने फर्जी नियुक्ति पत्र बनवाकर स्कार्पियो पर ‘मजिस्ट्रेट’ लिखवा लिया था और इसे दिखाकर टोल टैक्स से बचता था व अपराध करता था। एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है और ये उनका पहला अपराध था। पुलिस ने उनके पास से स्कार्पियो, दो तमंचे, कारतूस और नकद बरामद किए हैं। पुलिस टीम को इस सफलता पर 15 हजार रुपये इनाम भी घोषित किया गया है।