सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया। इस कार्यक्रम में इटावा और औरैया जिले के चिकित्सकों को लैप्रोस्कोपी नसबंदी की आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. एसपी सिंह और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. कल्पना की उपस्थिति में हुआ।
परिवार नियोजन नोडल अधिकारी डॉ. प्रगति द्विवेदी ने बताया कि लैप्रोस्कोपी नसबंदी एक उन्नत तकनीक है, जिसमें नाभि के पास छोटा सा चीरा लगाकर ट्यूबलिगेशन किया जाता है। इस प्रक्रिया का सबसे बड़ा लाभ यह है कि महिलाएं सर्जरी के चार घंटे के भीतर ही घर लौट सकती हैं। यह तकनीक महिलाओं के लिए सुरक्षित और प्रभावी मानी जा रही है।
डॉ. वैभव कांति ने इस प्रशिक्षण की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उद्देश्य मास्टर ट्रेनर्स को इतनी कुशलता प्रदान करना है कि वे अपनी टीमों को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित कर सकें। इससे राज्य के परिवार नियोजन कार्यक्रम को नई दिशा और मजबूती मिलेगी।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. अनुराधा, डॉ. नमिता, डॉ. मौलश्री मेहता और डॉ. सरिता सागर सहित कई वरिष्ठ चिकित्सक और स्टाफ उपस्थित रहे। प्रशिक्षकों ने नई तकनीकों से जुड़ी अपनी जानकारी साझा की और प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के दौरान मिलने वाली चुनौतियों के समाधान पर चर्चा की।