बकेवर: 50 शैय्या अस्पताल में लीवर और किडनी फंक्शन की जांच के लिए मंगाई गई 20 लाख रुपये की एनालाइजर मशीन आते ही खराब हो गई। यह मशीन इंस्टॉलेशन के बाद मात्र तीन-चार दिन ही ठीक से काम कर पाई, जिसके बाद से यह पूरी तरह बंद पड़ी है। पिछले 15 दिनों से मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है, जिससे अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल प्रशासन ने लीवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) और किडनी फंक्शन टेस्ट (केएफटी) के लिए यह नई मशीन मंगवाई थी। लेकिन इसके खराब हो जाने से मशीन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अस्पताल ने इस समस्या को लेकर सप्लायर कंपनी और उनके इंजीनियरों से संपर्क किया।
प्रारंभिक जांच में बताया गया कि मशीन के एक पार्ट में खराबी थी, जिसे बदला गया। इसके बावजूद मशीन चालू नहीं हो सकी। अस्पताल प्रशासन ने दोबारा सप्लायर कंपनी को इसकी सूचना दी, जिसके बाद बुधवार को इंजीनियर मशीन को ठीक करने पहुंचे। हालांकि, मशीन की मरम्मत में कितना समय लगेगा, इस पर स्पष्टता नहीं है। इस घटनाक्रम ने अस्पताल की कार्यप्रणाली और उपकरण खरीद प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं। मरीजों और स्थानीय निवासियों ने इस मामले की जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।