लखना/बकेवर:- पति-पत्नी के प्रेम व स्नेह का प्रतीक करवा चौथ का पर्व कस्बा सहित ग्रामीण इलाकों में भी परंपरागत तरीके से मनाया गया। दिन भर निर्जला व्रत रखने वाली सुहागिनों ने चांद का दीदार करके अर्घ दिया और परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना की।
इसके उपरांत उन्होंने व्रत खोला। इस दौरान बच्चों ने पटाखा चला कर खुशियां बांटी।
करवा चौथ पर सुहागिनों ने 16 श्रृंगार करके करके चंद्रमा को अर्ध दिया उसके बाद पति का तिलक कर मंगल कामना की। कस्बा बकेवर लखना सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चंद्रमा निकलते ही बच्चों ने पटाखे दागे।
चांद के इंतजार में बच्चे अपनी-अपनी छतों पर शाम से ही चढ़ गए थे। जैसे ही चांद निकला वैसे ही बच्चे खुशी में पटाखे चलाने लगे। कई स्थानों पर महिलाओं ने सामूहिक रुप से चन्द्रमा को अर्ध दिया।