Friday, December 12, 2025

जयपुर के राजा जयसि‍ह के अधि‍कार में भी रहा इटावा

Share This

दि‍ल्‍ली में मुगल साम्राज्‍य के पतनोन्‍मुखी काल में इटावा फर्रूखाबाद  के नबाव के अधि‍कार में आ गया। कुछ समय के लि‍ये  इटावा  जयपुर के राजा जयसि‍हं के अधि‍कार  में भी रहा। परन्‍तु  1743 ई0में राजा जयसि‍हं  की मृत्‍यु के पश्‍चात नबाव  कायम खां  के अधीन इटावा आ गया। शीघ्र ही रूहेलों से युद्ध मे कायम खां मारा गया। अब उत्‍तर भारत में अवध की सत्‍ता अपनी चरम सीमा पर थी। अबध के नवाब ने  भी इटावा  पर अधि‍कार  का प्रयास कि‍या। दि‍ल्‍ली  के बादशाह सफदरजंग की ओर से  उनके बख्‍शी  और इटावा  के मूल नि‍वासी  नवल राज सक्‍सेना को फर्रूखाबाद सहि‍त  इटावा पर अधि‍कार  करने का फरमान मि‍ला। कुछ समय के लि‍ये कन्‍नौज  को मुख्‍यालय बनाकर वह इस क्षेत्र पर काबि‍ज भी रहे। 1750 में वह पठानों से युद्ध में मारे गये । 1751 में सफदरगंज और मराठों के बीच संधि‍ हुई। परि‍णाम स्‍वरूप इटावा  का क्षेत्र  मराठों के पास चला गया। मराठों की  ओर से जालौन के सूबेदार गोवि‍न्‍द पंडि‍त के अधीन इटावा को दे दि‍या गया। 1761 में तक इटावा मराठों  के  अधीन बना रहा। इसलि‍ये इटावा  क्षेत्र  के मंदि‍रों मे मराठा शैली  की प्रधानता  मि‍लती है। मध्‍य काल में जो मंदि‍र नष्‍ट कर दि‍ये  गये थे। अथवा जो दुर्दशा  को प्राप्‍त  हुये थे उनके पुनरूद्धार का प्रयास मराठों ने कि‍या।

Share This
Ashish Bajpai
Ashish Bajpaihttps://etawahlive.com/
Content Writer, Call-7017070200, 9412182324, Email-cimtindia@gmail.com, बस एक क्लिक में जाने अपने इटावा को।
spot_img
अपनी खबर या कोई समस्या इटावा लाइव पर निशुल्क प्रकाशित करने हेतु हमें Whatsapp - 7017070200, Email – etawah.news@gmail.com पर जरुर भेंजें।

Read more

वोट करें

हमारा इटावा

इटावा का शक्ति-पीठ है काली वाहन मंदिर, जहाँ माँ के तीनों रूप एक साथ विराजमान हैं

इटावा की पवित्र धरा पर यमुना के तट के समीप स्थित काली वाहन मंदिर माँ की अद्भुत शक्ति का ऐसा धाम है जहाँ पहुँचकर...

शिक्षाविद

नमिता तिवारी: एक महिला सशक्तिकरण के चमकते सितारे का अद्भुत सफ़र

नमिता तिवारी का जन्म 4 जुलाई 1969 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के मुबारकपुर गांव में हुआ। उनके पिता का नाम श्री अरविन्द...

राजनीतिज्ञ

संघ के संस्कारों के साथ 55 वर्षों से राष्ट्रभक्ति की अखंड ज्योति थामें डॉ० रमाकान्त शर्मा

डॉ० रमाकान्त शर्मा का जन्म 17 नवम्बर 1957 को में हुआ। उनका बचपन ग्रामीण परिवेश में बीता, जहाँ सादगी, संस्कार और परिश्रम का संगम...

प्रशासनिक अधिकारी

संकट प्रबंधन में माहिर SSP इटावा ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव (IPS)

ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव भारतीय पुलिस सेवा के उन अधिकारियों में गिने जाते हैं जिन्होंने अपनी लगन, मेहनत और ईमानदारी से सेवा में विशेष पहचान...

प्रमुख संस्थान

स्वास्थ्य और शुद्धता की गारंटी शिवम डेरी फार्म इटावा का टुडेज स्पेशल बिलोना घी

भारत में घी को शुद्धता और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है, और जब यह घी पारंपरिक बिलोना विधि से तैयार किया जाए, तो...

चिकित्सक

शुगर का स्थायी इलाज: कुछ ही महीनों में पाएं पूर्ण मुक्ति-डॉ ए. के. गुप्ता

शुगर, आजकल एक आम बीमारी बन गई है। इसके चलते लोगों को जिंदगी भर अंग्रेजी दवाओं और इन्सुलिन के सहारे जीना पड़ता है। लेकिन...

चर्चित व्यक्तिव

पिया बाजपेई: एक प्रतिभाशाली अदाकार का सफ़र

पिया बाजपेई: भारतीय फिल्म और मॉडल जो प्रमुख रूप से बॉलीवुड और साऊथ फिल्मों में प्रदर्शन करती हैं। वह वेंकट प्रभु की कॉमेडी फिल्म...

पत्रकार

अतुल वी एन चतुर्वेदी: एक प्रतिभाशाली और कर्मठ पत्रकार

अतुल वी एन चतुर्वेदी का जन्म 15 जुलाई 1963 को उत्तर प्रदेश के इटावा शहर हुआ। उनके पिता का नाम कैप्टन स्व० वी एन...

टॉप आर्टिकल्स

शरद तिवारी की अनमोल सेवा, लावारिस शवों को दिलाई गरिमामयी विदाई

शरद तिवारी: एक समर्पित समाजसेवी इटावा में शरद तिवारी का नाम समाज सेवा और मानवता के प्रति उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है।...

व्यवसायी

सर्वेश यादव : एक समर्पित समाजसेवी और सुरक्षा एजेंसी के प्रबंधक

सर्वेश यादव, जनपद इटावा ही नहीं पूरे प्रदेश की सबसे भरोसेमंद सिक्योरिटी एजेंसी "एस.के. ग्रुप ऑफ सिक्योरिटी सर्विस" के प्रबंधक हैं। वे एक व्यवहार...

समाजसेवी

गौरैया की चहचहाहट में जीवन खोजती एक शिक्षिका : डॉ. सुनीता यादव

डॉ॰ सुनीता यादव का जन्म 21 जून 1976 को मैनपुरी जनपद के ग्राम अण्डनी, करहल में हुआ। पिता स्वर्गीय रामनारायण यादव, जो करहल के...

पूर्व अधिकारी