इटावा। इटावा हज़रत अहमद अली (भोलन सैयद बाबा रह०) का कुल शरीफ के बाद उर्स हुआ सम्पन्न। कुल के वक़्त अकीदतमंदों ने देश में अमनो-अमान,शांति और खुशहाली के लिये की दुआये मांगीं गईं। उर्स कमेटी की ओर से चाँद मंसूरी ने उलमाए-इकराम,हाफिज़ साहिबान,शायरों आदि का शाल उड़ाकर इस्तकबाल किया गया। कार्यक्रम की सदारत मौलाना वाजिद अशरफी ने की,मेहमाने ख़ुसूसी मौलाना ज़ाहिद रज़ा रहे और संचालन इंतखाब आलम रौनक अशरफी इटावी ने किया।
उर्स के पहले दिन असर की नमाज़ के बाद कुरआन ख्वानी से उर्स की शुरुआत की गई। मग़रिब की नमाज़ के बाद मीलाद शरीफ का कार्यक्रम हुआ।
उर्स के दूसरे और अंतिम दिन सुबह चार बजकर तेरह मिनट पर मज़ार शरीफ का ग़ुस्ल हुआ।सुबह आठ बजे चादर पोशी की गई उसके बाद नात ख्वानी का कार्यक्रम हुआ। सुबह दस बजे के बाद कुल शरीफ की मेहफ़िल के बाद कुल शरीफ हुआ जिसमें शहर के सैकड़ों अकीदतमंदों ने शिरकत कर दुआये माँगी।कुल के बाद लोगों ने लंगर चखा।
उर्स के मौके पर मौलाना अशफ़ाक कादरी,मौलाना शादाब रज़ा,हाफिज़ मो० अहमद अकबरी,कारी शहवाज अनवर,हाफिज़ कारी उमर बरकाती, इरफान आदिल चिश्ती, हाफिज़ कैफ रज़ा,हाजी अज़ीम वारसी,वाई०के० शफी चिश्ती,कासिम बाबा,अली अहमद,नदीम खां,मो०अज़ीम आदि काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।