इटावा: आचार्य आदिसागर अंकलीकर इंटर कॉलेज में तपस्वी सम्राट 108 श्री सन्मति सागर जी महाराज का समाधि दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक विशुन कुमार द्वारा महाराज जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों और छात्राओं ने भावपूर्ण भजन प्रस्तुत कर महाराज जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबंधक विशुन कुमार ने कहा कि श्री सन्मति सागर जी महाराज जैसा व्यक्तित्व दुर्लभ होता है। उनका संपूर्ण जीवन त्याग, तपस्या, अनुशासन और संयम से भरा हुआ था। उन्होंने समाज में शिक्षा का प्रसार करने पर सबसे अधिक बल दिया और इसके लिए देशभर में कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना की। उनकी शिक्षाओं और आदर्शों को आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या सोहिनी यादव ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराज जी का सपना था कि बच्चे शिक्षा के माध्यम से अपने जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे पूरी लगन और मेहनत के साथ पढ़ाई करें और महाराज जी के सपनों को साकार करें। इस अवसर पर छात्रों ने महाराज जी के जीवन से जुड़ी प्रेरणादायक घटनाओं को याद किया।
समारोह के उपलक्ष्य में विद्यालय के डायरेक्टर डॉ. उज्जवल यादव, चीफ फार्मासिस्ट शरद तिवारी और उप प्रधानाचार्या ने जिला चिकित्सालय में मरीजों को फल वितरित किए। यह सेवा कार्य महाराज जी के आदर्शों और शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए किया गया। इसके साथ ही, प्रबंधक विशुन कुमार और मुख्य अतिथियों द्वारा अंध स्पर्श विद्यालय में ₹10,000 की खाद्य सामग्री दान की गई।
कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों द्वारा महाराज जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुआ। इस अवसर ने न केवल महाराज जी के आदर्शों को याद करने का अवसर दिया, बल्कि उनकी शिक्षाओं पर चलने की प्रेरणा भी प्रदान की।