जनपद इटावा के लोगों का वर्ष भर का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया। एक माह तक चलने वाली भव्य जनपद प्रदर्शनी का शुभारंभ आज रविवार को धूमधाम से किया गया। उद्घाटन समारोह में जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम, अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव तथा इटावा प्रदर्शनी के जनरल सेक्रेटरी विक्रम राघव सिंह मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदर्शनी का औपचारिक शुभारंभ किया।

उद्घाटन के दौरान जैसे ही जिलाधिकारी ने बटन दबाया, प्रदर्शनी परिसर सतरंगी रोशनी से जगमगा उठा। आतिशबाज़ी और रोशनी के शानदार नज़ारे को देखने के लिए हज़ारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। बच्चों, युवाओं और व्यापारियों में इस प्रदर्शनी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला।

आपको बताते चलें कि जनपद इटावा की संस्कृति से गहराई से जुड़ी यह प्रदर्शनी अपने जीवन के 100 से अधिक वर्ष पूरे कर चुकी है। इस प्रदर्शनी की शुरुआत तात्कालिक जिलाधिकारी एच.के. ग्रेसी ने नवंबर 1888 में पक्काउ तालाब के चारों ओर की थी। वर्ष 1893 तक प्रदर्शनी वहीं आयोजित होती रही, जिसके बाद कुछ वर्षों के लिए यह आयोजन रुक गया।

करीब 17 वर्षों के अंतराल के बाद वर्ष 1910 में प्रदर्शनी का आयोजन दोबारा शुरू किया गया, और इतिहास गवाह है कि तब से लेकर अब तक यह प्रदर्शनी बिना किसी व्यवधान के निरंतर आयोजित की जा रही है। इटावा के लोगों के लिए यह सिर्फ व्यापार, मनोरंजन और संस्कृति का संगम नहीं बल्कि भावनाओं और परंपराओं का पर्व भी है।

उद्घाटन के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखाई दिया। प्रदर्शनी में व्यापारिक स्टॉल, झूले, सांस्कृतिक कार्यक्रमों समेत विविध आकर्षणों की व्यवस्था की गई है। आने वाले दिनों में बड़े कलाकारों के प्रदर्शन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी आयोजित की जाएँगी, जिससे प्रदर्शनी की रौनक और बढ़ने की उम्मीद है।


