शुक्रवार को जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने शहर के विभिन्न अस्पतालों और क्लीनिकों में औचक चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने शहर के पांच प्रमुख अस्पतालों और क्लीनिकों का निरीक्षण किया, जिसमें दो अस्पतालों के मेडिकल स्टोर में संदिग्ध दवाएं पाई गईं। इन दवाओं के नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
रजत कुमार पांडेय ने बताया कि अभियान के दौरान शहर के कचौरा रोड और स्टेशन रोड स्थित मेडिकल स्टोरों की भी चेकिंग की गई। इन दोनों प्रतिष्ठानों में फार्मासिस्ट कार्यरत पाए गए और एनपीपीए (नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी) द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर दवाइयां नहीं बेची जा रही थीं, जो कि एक सकारात्मक परिणाम था।
इसके अलावा, सिविल लाइन स्थित तीन अस्पतालों के मेडिकल स्टोर भी चेक किए गए, जहां औषधियों के भंडारण के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर कड़ी चेतावनी दी गई। जिला औषधि निरीक्षक ने स्पष्ट किया कि अस्पतालों में दवाओं की उचित भंडारण व्यवस्था और रजिस्ट्रेशन जरूरी है, ताकि किसी भी प्रकार की अवैध या संदिग्ध दवाओं की बिक्री से बचा जा सके। इस अभियान के दौरान यह भी सुनिश्चित किया गया कि दवाइयों की बिक्री और भंडारण के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है और किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने पाए।